ChatGPTClaudePerplexity

Hernia | Dr. Hitendra Sharma | Manipal Hospital Ghaziabad

Created by:Dr.
Published:January 15, 2024
Last updated:
Views:4529+

Medically Reviewed

Reviewed by Dr. , MBBS, MD on .
Next review due: November 2026

Fact-CheckedEvidence-BasedTranscript AvailableClosed Captions AvailableScreen Reader Friendly

, 0+ Exp

Book Consultation

Consult With Loading...

Trust & Security

Verified Medical Content

All content reviewed by licensed doctors

Secure & Private

HTTPS encryption & privacy protection

Evidence-Based

Based on peer-reviewed research

Medical References

This video content is based on current medical evidence and guidelines from authoritative sources:

  1. 1.
    World Health Organization (WHO) - Global Health GuidelinesView Source
  2. 2.
    Centers for Disease Control and Prevention (CDC) - Evidence-Based GuidelinesView Source
  3. 3.
    National Health Service (NHS) - Clinical StandardsView Source
  4. 4.
    Peer-Reviewed Medical Journals - Latest Research & Clinical Studies(The Lancet, JAMA, NEJM, BMJ)

Transcript

नमस्कार मैं डॉक्टर हितेंद्र शर्मा लेप्रोस्कोपिक सर्जन मणिपाल हॉस्पिटल गाजियाबाद एक बार फिर आपके साथ एक बहुत कॉमन और जरूरी सर्जिकल प्रॉब्लम डिस्कस करने के लिए जो है हर्निया तो हर्निया क्या होता है क्यों हो जाता है और इसका बेसिक मैनेजमेंट क्या है और हम इसको सर्जिकल प्रॉब्लम क्यों कहते हैं यह समझना जरूरी है तो शरीर के सारे अंग अपनी जगह पर कुछ बांडी वॉल्स के अंदर होते हैं उन बाउंड्री वॉल्स जो कि ज्यादातर मसल्स होती हैं उसमें अगर वीकनेस हो जाए कोई छेद हो जाए तो जो अंदर का हिस्सा उस छेद या वीकनेस की वजह से बाहर निकल आता है उसे कहते हैं हर्निया तो कुछ कॉमन हर्निया को समझने की कोशिश करें एक आपने सुना होगा इवान हर्निया यह कौन सा हर्निया होता है यह होता है बेसिकली जो पेट और जांग के जोड़ पर नीचे की तरफ होता है अधिकांश पुरुषों में पाया जाता है पर महिल में भी महिलाओं में भी मिलता है तो इस हर्निया में क्या होता है कि यहां नीचे की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं जब आप खड़े होते हो चलना फिरना शुरू करते हो तो अंदर से छोटी आंत का या बड़ी आंत का हिस्सा नीचे की तरफ खींचता है लटकता है और परेशान करता है इसी तरह से एक और कॉमन हर्निया है अलाइक हर्निया नाभि का हर्निया ये क्या होता है कि नाभि वाले हिस्से की मसल्स वीक हो जाती हैं आपने देखा होगा कुछ बच्चों में महिलाओं में प्रेगनेंसी के बाद ये हिस्सा वीक होता है और फूल जाता है ये हो गया अमला कल हर्निया और एक और कॉमन हर्निया इंसीजनल हर्निया जो कि प्रीवियस सर्जरीज के बाद बन जाता है क्यों बन जाता है जब भी कभी पेट की कोई बड़ी सर्जरी होती है तो जहां पर जोड़ होता है वहां की मसल्स कमजोर रहती हैं और इसीलिए फ्यूचर में कभी भारी वजन की वजह से कभी लंबे समय से खांसी की वजह से वहां की जो वीकनेस होती है वह बढ़ जाती है उन मसल्स में गैप पैदा हो जाता है और वहां से जो है अंदर की चीज बाहर लटक कर परेशान करने लगती है तो क्योंकि ये एक डिफेक्ट है मसल्स में एक छेद है और छेद को हम दवाओं से नहीं भर सकते इसको हम सिर्फ सर्जरी से क्लोज कर सकते हैं या रिपेयर कर सकते हैं इसीलिए हर्निया को सर्जिकल प्रॉब्लम कहते हैं तो हर्निया का कोई मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं है इसके लिए हमको सर्जरी करनी ही होगी क्योंकि हमको डिफेक्ट या वॉल को रिपेयर करना है और आजकल यह वाला काम दूरबीन विधि से करा जाता है पहले इसके लिए काफी बड़ी सर्जरीज होती थी बड़े चीरे होते थे तकलीफ काफी समय रहती थी परहेज तो दो या तीन महीने रहते थे वजन उठाने का परहेज कई बार चार से छ महीने का रहता था जिसकी वजह से काम की काफी हानि होती थी प्रोफेशनल लॉस होता था लेकिन दूरबीन विधि की वजह से एक दिन का हॉस्पिटल स्टे मिनिमल छोटे-छोटे दो या तीन इंसीजंस अपना मैश लगाकर अच्छा रिपेयर और कोई खास लंबा परहेज नहीं 10 से 12 दिन के अंदर पूर्ण रूप से नॉर्मल दिनचर्या के ऊपर आप लौट सकते हैं तो हर्निया सर्जिकल प्रॉब्लम है आजकल इसके लिए एडवांस लेप्रोस्कोपिक सर्जरीज अवेलेबल है चाहे किसी प्रकार का हो अलाइक हो इंसीजनल हो इवालु लोगों में जिनको बहुत गैस एसिडिटी उपकारी का रहता है उसमें हाइट हरण्य कहते हैं वह खाने की नली और पेट के जंक्शन पर होता है वहां पर ढीलापन होता है उसको भी दूरबीन विधि से अंदर से रिपेयर किया जा सकता है तो यह कुछ चीजें हैं जिनके बारे में एक जनरल जानकारी आपको होनी चाहिए तो अगर ना करवाएं हर्निया का रिपेयर कुछ लोग सोचते हैं तो उसमें कुछ खतरे होते हैं इसमें आंत जाकर फस सती है इमरजेंसी पैदा कर सकती है और कभी-कभी तो जीवन को भी खतरा पैदा करती है तो अगर कभी भी इस प्रकार का शक हो कि कोई ऐसी स्वेलिंग जो खड़े होने पर बढ़ जाती है चलने फिरने से बढ़ जाती है लेटने और बैठने से कम हो जाती है खांसने से बढ़ जाती है तो यह हर्निया की तरफ इशारा करती है और इसके लिए जितना जल्दी हो सके एक बार सर्जन को दिखाकर इसकी डायग्नोसिस बनवाना चाहिए और उचित समाधान करवाना चाहिए बस यही जानकारी आपको आज देने के लिए आया था तो खुश रहे स्वस्थ रहे नमस्कार

When to Seek Emergency Care

Seek immediate medical attention if you experience:

  • Severe difficulty breathing or rapid breathing
  • Chest pain or pressure
  • Sudden confusion or difficulty staying awake
  • Severe or persistent pain
  • Signs of severe allergic reaction

🚨 Call emergency services (112/102) immediately if any of these symptoms occur.

Related Videos

Video thumbnail

Arthritis: Symptoms, Diagnosis, and Treatment | Dr. Matam Sri Anusha

Dr Devi

Video thumbnail

A Miracle Recovery: 4-Year-Old Adhvika Survives Severe Brain Infection at Narayana Hospital

Dr Devi

Video thumbnail

COVID Safety Protocols & Emergency Care | Dr. Sahil Kohli on Preventing Spread & Timely Treatment

Dr Devi