ChatGPTClaudePerplexity

Prevention of Birth Defects | Lt Col Dr. Leena N Sreedhar | Manipal Hospital Delhi

Created by:Dr.
Published:January 15, 2024
Last updated:
Views:4112+

Medically Reviewed

Reviewed by Dr. , MBBS, MD on .
Next review due: November 2026

Fact-CheckedEvidence-BasedTranscript AvailableClosed Captions AvailableScreen Reader Friendly

, 0+ Exp

Book Consultation

Consult With Loading...

Trust & Security

Verified Medical Content

All content reviewed by licensed doctors

Secure & Private

HTTPS encryption & privacy protection

Evidence-Based

Based on peer-reviewed research

Medical References

This video content is based on current medical evidence and guidelines from authoritative sources:

  1. 1.
    World Health Organization (WHO) - Global Health GuidelinesView Source
  2. 2.
    Centers for Disease Control and Prevention (CDC) - Evidence-Based GuidelinesView Source
  3. 3.
    National Health Service (NHS) - Clinical StandardsView Source
  4. 4.
    Peer-Reviewed Medical Journals - Latest Research & Clinical Studies(The Lancet, JAMA, NEJM, BMJ)

Transcript

हेलो आई एम डॉक्ट लीना श्रीधर आई एम हेडिंग द डिपार्टमेंट ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनेकोलॉजी एट द मणिपाल हॉस्पिटल दिल्ली एंड दिस इज डॉक्ट भावना आनंद हेलो शी इज द हेड ऑफ फीटल मेडिसिन हियर एट मणिपाल हॉस्पिटल दिल्ली एंड हियर वी आर टुडे टू डिस्कस अबाउट बर्थ डिफेक्ट्स ऑन द ओकेज ऑफ द मंथ व्हि इज डेडिकेटेड टू द डिटेक्शन ऑफ बर्थ डिफेक्ट्स एट द वेरी आउटसेट मैं यह बताना चाहती हूं कि कई बार हम देखते हैं कि जो कपल्स होते हैं द लेडी इज प्रेग्नेंट वो तब आती है जब वो ऑलरेडी प्रेग्नेंट हो जाती है और वह आती है कई बार तीन महीने के बाद तो मैं यह बताना चाहती हूं कि जो कपल प्लान कर रहे कर रहे हैं अपनी प्रेगनेंसी वो प्रेग्नेंट होने से पहले उनको अपने ऑब्सेशन गायनेकोलॉजिस्ट के पास आना चाहिए क्योंकि यू नो वी से प्रिवेंशन इज ऑलवेज बेटर देन क्यर तो एक बर्थ डिफेक्ट्स को प्रिवेंट करने के लिए डॉक्टर के पास जाना इसलिए जरूरी होता है बिकॉज हम कुछ ऐसे टेस्ट करते हैं जिससे हमें पता चल जाता है कि आप हाय रिस्क कैटेगरी में है या नहीं फॉलिक एसिड एक मेडिसिन है जो हम शुरू करते हैं जिससे देखा जाता है कि काफी सारी बर्थ डिफेक्ट्स हम प्रिवेंट कर सकते हैं करेक्ट लाइफ स्टाइल डायट अवॉइडिंग स्मोकिंग अवॉइडिंग एल्को अहल एंड मोस्ट इंपोर्टेंट जो होता है हम कहते हैं करेक्ट वेट ये अचीव करना बहुत जरूरी है प्रेगनेंसी को प्लान करने से पहले और यह सारी चीजें तभी हो पाती है जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं गायनेकोलॉजिस्ट के पास जाते हैं कि अब हम प्लान कर रहे हैं प्रेगनेंसी जब प्रेगनेंसी हो जाती है तो बहुत इंपोर्टेंट होता है कि आप जितनी जल्दी हो सकता है आप अपने डॉक्टर के पास जाए और ये क्यों क्योंकि एज्ट डेटिंग ऑफ प्रेगनेंसी बहुत इंपोर्टेंट होती है क्योंकि अगर हमें करेक्ट डेट पता हो तो हम प्लान कर सकते हैं कि जो सबसे इंपोर्टेंट टेस्ट है फर्स्ट टेस्ट है जिसको हम फर्स्ट ट्राइमर स्क्रीनिंग में कहते हैं इट इज कॉल्ड द एंटी एनपी स्कैन और वो किया जाता है 11 वीक्स फोर डेज से लेकर 13 वीक्स फोर डेज यानी कि लगभग एंड ऑफ फर्स्ट ट्राइमर मतलब तीन महीने जैसे खत्म होने वाले हैं तभी किया जाता है और यह इंपोर्टेंट क्यों होता है क्योंकि इसमें करीब 86 परन बर्थ इफेक्ट पिक अप हो सकते हैं और जो आप देखते हैं इंडिया में बहुत सार कंट्रीज में देखते हैं कि लोग जाते नहीं है डॉक्टर के पास जब तक वो थ्री मंथ्स क्रॉस नहीं हो जाते हैं वो पहले जाते ही नहीं है तो यह मैं कहना चाहती हूं कि दिस इ नॉट करेक्ट आपको जरूर जाना चाहिए अल्ट्रासाउंड बहुत सेफ है इट इ ओनली साउंड वेव ऐसी कोई रेडिएशन नहीं है कोई किड़ने नहीं जिससे आपको कोई नुकसान होने वाला है और किनी जल्दी हो सकते जाना चाहिए ताकि वो जो इंपोर्टेंट फर्स्ट ट्राइमर अल्ट्रासाउंड है वो टाइमली किया जाए डॉक्टर भावना आप हमें बताए कि ये फर्स्ट ट्राइमर अल्ट्रासाउंड और उसके साथ जो टेस्ट आप करवाती है एट द एंड ऑफ फर्स्ट ट्राइमर उसका क्या इंपॉर्टेंस है और क्यों हमें ये ये स्कैन बिल्कुल मिस नहीं करना चाहिए हां मैं जरूर बताना चाहूंगी कि मणिपाल में वी हैव अ स्पेशल फीटल मेडिसिन यूनिट फटल मेडिसिन मींस अ डिपार्टमेंट व्हिच इज डेडिकेटेड टू प्रेगनेंसी ओनली स्पेशलाइज प्रेगनेंसी डिपार्टमेंट तो आप सोच सकते हैं कि प्रेगनेंसी के लिए हम स्पेशल टेस्ट करते हैं हम चाहते हैं कि हेल्दी बेबी मिले हमेशा तो उसके लिए जैसे कि मैम ने बताया कि सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम इनिशियल ही प्रेगनेंसी में रजिस्ट्रेशन करवा ले उसके बाद जैसे-जैसे डॉक्टर एडवाइस करते हैं अगर आप उन्हें फॉलो करेंगे तो काफी हद तक हम बर्थ डिफेक्ट्स को प्रिवेंट कर सकते हैं जैसे कि फोलिक एसिड मेडिसिन बहुत जरूरी है दूसरा कि जैसे मैम ने बताया कि 11 टू 13 वीक्स का जो विंडो पीरियड होता है उसमें हम स्पेशल टेस्ट करते हैं एंटी टेस्ट साथ में कुछ ब्लड टेस्ट जिससे कि हम काफी हद तक मेंटली रिटाइड्स कर सकते हैं क्योंकि जब भी हम मदर को देख के नहीं बता सकते कि वो कैसा बेबी कैरी कर रही हैं तो उसके लिए स्पेशल टेस्ट होते हैं अगर किसी पेशेंट में कोई प्रॉब्लम निकलती है तो उनको और क्योंकि हमारी टेक्नोलॉजी अब इतनी एडवांस हो रही है वी हैव वेरी गुड अल्ट्रासाउंड मशीन एंड स्पेशलाइज टेस्ट अवेलेबल एट मणिपाल हॉस्पिटल तो हम उनको और रिफाइनरी डिटेक्ट कर सकते हैं टाइमली पेशेंट को बता सकते हैं कि हां जी आपके बेबी में प्रॉब्लम है गो अहेड विद सम ट्रीटमेंट और नो तो आपके लिए भी अच्छा है कि आप अगर अवेयर रहेंगे तो नाइन मंथ के आउटकम पे जब आप पूरा प्रेगनेंसी कैरी करते हैं उसके बाद जब आपको बेबी मिलता है तो सबको यही होता है कि हमें हेल्दी आउटकम मिले तो वो भी वो आपको हेल्दी आउटकम के लिए इनिशियली ही मेहनत करनी पड़ती है तो मैं यही बताना चाहूंगी कि 11 टू 13 वीक्स स्कैन इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट टू डिटेक्ट बर्थ डिफेक्ट्स हम काफी हद तक 90 पर तक बर्थ डिफेक्ट को डिटेक्ट कर सकते हैं अगर कोई प्रॉब्लम निकलती है तो स्पेशल टेस्ट जैसे कि एम्यू सेंटस सीबीएस वो हम कर सकते हैं टू डिटेक्ट कि कोई बेबी में फॉक्न तो नहीं है और मैं इसके साथ ये भी बताना चाहूंगी कि कोई जरूरी नहीं है कि सिर्फ और सिर्फ ये स्पेशल टेस्ट ही फीटल मेडिसिन यूनिट करती है साथ में पेशेंट को एडवाइस देना अगर वो कोई मेडिसिन ले रहे हैं जो कि उन्हें नहीं लगता कि प्रेगनेंसी में इंपोर्टेंट है पर वो उनके बेबी को हार्म कर सकती है तो वो भी हमें हम उनको एडवाइस कर सकते हैं कोई पेशेंट को रेडिएशन एक्सपोजर हुआ या फिर अभी आजकल एयर पोलूशन इतना ज्यादा हो रहा है तो हम उनको एडवाइस करते हैं कि आपको कैसे अच्छे लाइफ स्टाइल मेजर्स करने चाहिए जिससे कि आप अच्छा प्रेगनेंसी आउटकम दे सके वेरी ट्रू वेरी ट्रू एंड ये बहुत जरूरी है कि जैसे फर्स्ट ट्राइमर आपका निकल गया सब कुछ ठीक डायग्नोज हो गया तो कई बार क्या होता है लोग कहीं इधर उधर चले जाते हैं और वो जो सेकंड लेवल स्कैन होता है जो जिसको बहुत इंपॉर्टेंट होता है टारगेटेड अनोली स्कैन जैसे बिटवीन 19 टू 21 वीक्स क्योंकि तब ना पूरा बेबी फॉर्म हो जाता है उसके बाद कोई और अंग ऐड नहीं होता है तो ये जो 19 टू 21 वीक्स कैन है ये भी कई बार मैं देखती हूं कि लोग मिस कर जाते हैं कहीं चले गए कहीं और बहुत इंपोर्टेंट है सो आप मुझे बताएंगे डॉक्टर भावना कि जो ये टफा स्कैन या लेवल टू स्कैन और जैसे टारगेटेड अमली स्कैन बड़े सारे नाम सेम स्कैन के लिए है इसमें क्या क्या हम एनोर्म पिक अप कर सकते तोफा स्कैन फिफ्थ मंथ के एंड में किया जाता है जब तक बेबी ऑलरेडी पूरा ऑलमोस्ट फॉर्म हो जाता है तो हम उसमें स्ट्रक्चरल सारे डिफेक्ट्स ढूंढ सकते हैं ऑलमोस्ट 90 टू 95 पर साथ में हम उसमें ब्लड फ्लो भी डिटेक्ट कर सकते हैं कि उसमें कोई एनोर्म तो नहीं आ रही इस तरह से हम बर्थ डिफेक्ट को टफा स्कैन के टाइम तक प्रिवेंट कर सकते हैं और अब आप लोगों को भी अवेयर होना चाहिए सबको कि जो गवर्नमेंट ने एमटीपी एमटीपी मतलब टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी का टाइम जो है वो 24 वीक्स तक कर दिया है तो हम अगर प्रेगनेंसी में कोई भी एनोर्म डिटेक्ट कर सकते हैं करते हैं इवन आफ्टर फाइव टू फ एंड हाफ मंथ तो भी हम उसे टाइमली डिटेक्ट कर सकते हैं और टर्मिनेट कर सकते हैं प्रेगनेंसी को यह आपने बिल्कुल सही कहा कि वी कैन पिक अप एनो मेलिट और एक और चीज इसमें होती है कि अगर अच्छा स्कैन किया जाए तो जो क्लीनिन होता है जैसे मैं पेशेंट को अल्टीमेटली डिलीवर करूंगी एट नाइन मंथ्स मुझे भी एक गाइडेंस मिल जाती है कि ये बच्चा को का ब्लड सप्लाई जैसे आपने बताया कि ब्लड सप्लाई जा रहा है या कुछ अवेयरनेस है या कोई ऐसी स्मल प्रॉब्लम है जो कि वी कैन फॉलो अप बेटर तो क्लोज मॉनिटरिंग जो होती है इट से मोस्ट इंपोर्टेंट थिंग फॉर अ गुड आउटकम सो क्लोज मॉनिटरिंग किस पेशेंट में करनी है और किस प नहीं करनी किसी के माथे पर तो लिखा नहीं है कि यह प्रॉब्लम नहीं आएगी जैसे धीरे-धीरे प्रेगनेंसी एडवांस होती है कई हम देख रहे हैं डायबिटीज होने लग जाता है प्रेगनेंसी में शुगर आ जाती है ब्लड प्रेशर प्रॉब्लम आ जाते हैं ग्रोथ रिस्ट्रिक्शन आते हैं तो फीटल मेडिसिन विद देर स्कन एंड वि देर यू नो इक्विपमेंट फॉर डूइंग ला टेस्ट वो हमें गाइड करते हैं कि कौन सा बेबी लाइक टू बी अ प्रॉब्लम एंड कब हमें उसको टाइमली डिलीवर करना चाहिए ताकि हमारा आउटकम फेवरेबल रहे है ना तो थर्ड ट्राइमर जो होता है दैट मींस आफ्टर 28 वीक्स से लेके टिल द एंड ऑफ डिलीवरी वो जो थर्ड ट्राइमर स्कैन होता है उसका क्या इंपोर्टेंस है उसमें भी अगर जैसे कुछ एनोर्म होती है जैसे ब्रेन की कोई बहुत माइनर या हार्ट की कोई बहुत माइनर एनोर्म जो कि सेकंड ट्राइमेकर तक नहीं डिटेक्ट हो पाती लेकिन वो ज्यादातर ट्रीटेबल होती है अगर उन्हें हम बर्थ से पहले डायग्नोज कर ले और उनके पीडियाट्रिशियन को बता दें कि यह प्रॉब्लम है आप इसको ध्यान रखना है तो जस्ट एट द टाइम ऑफ डिलीवरी दे कैन बी टैकल्ड तो उन प्रॉब्लम्स को डिटेक्ट करना जिससे कि बर्थ के बाद भी बेबी को कोई प्रॉब्लम ना आए या फिर कोई माइनर डिफेक्ट है जिससे जिससे पेरेंट्स को अवेयर होना चाहिए तो उन प्रॉब्लम्स के लिए हमें थर्ड ट्राइमर स्कैन जरूरी है दूसरा कि बच्चे की ग्रोथ प्रॉब्लम अगर कोई ग्रोथ एमटी आ रही है बच्चा कमजोर हो रहा है जो कि 28 मतलब थर्ड ट्राइमर के बाद ही पता चलता है तो वो भी डिटेक्ट करना कि बच्चे को नर्सरी सपोर्ट की जरूरत तो नहीं है वो कम ग्रोथ का तो नहीं कर रहा उसको और ज्यादा डाइट सप्लीमेंट्स तो नहीं चाहिए तो वो सब भी हम थर्ड ट्राइमर अल्ट्रासाउंड में डिटेक्ट करते हैं तो वो भी इक्वली इंपोर्टेंट है एटली एंड जैसे मैंने कहा था ए टशन टाइमिंग बहुत इंपोर्टेंट होती है एंड एक्सप्लेनिंग टू द कपल की व्ट यू नो जैसे काउंसलिंग होती है कि व्हाट इज गोइंग रंग एंड हाउ वी आर टेकिंग केयर ऑफ इट यह बहुत इंपोर्टेंट होता है एंड हमारा जो सेंटर है ये इन मनी पाल इन दिल्ली वी आर टैकलिंग अ लॉट ऑफ हाई रिस्क प्रेगनेंसी एंड लॉट ऑफ हम देख रहे हैं आजकल अ लट ऑफ आईवीएफ प्रेगनेंसी अ लट ऑफ मेमन हु आर प्लानिंग दे प्रेगनेंसी आफ्टर द एज ऑफ 35 एंड लैंडिंग अप विद हाई रिस्क प्रेगनेंसी सो देयर इज अ लॉट ऑफ हाइपरटेंशन डायबिटीज एंड वी आर वेरी हैप्पी दैट वी हैव सच अ कंप्रिहेंसिव यू नो यूनिट व्हिच कैन हेल्प इन डिटेक्टिंग बर्थ डिफेक्ट्स एंड आल्सो गाइडिंग अ कपल टू हैव अ सक्सेसफुल प्रेगनेंसी आउटकम एटली [संगीत]

When to Seek Emergency Care

Seek immediate medical attention if you experience:

  • Severe difficulty breathing or rapid breathing
  • Chest pain or pressure
  • Sudden confusion or difficulty staying awake
  • Severe or persistent pain
  • Signs of severe allergic reaction

🚨 Call emergency services (112/102) immediately if any of these symptoms occur.

Related Videos

Video thumbnail

Puneet Chandok, President of Microsoft India & South Asia, is live at the IHD.

Dr Prathap

Video thumbnail

Dr. Roberto Salvia shares some expert Oncology insights.

Dr Prathap

Video thumbnail

Only 3 in 10 Women Get Check-Ups? Time to Ignite Change! #HerHealthOurPriority

Dr Prathap